इस बेवफा के जाल मई मत फसना|
फिर भी हम उनके ,
जाल मे फसते चले गए|
लूटने का इरादा था उनका पक्का,
पर वो खुद हमसे लुटते चले गए|
उनकी हर बेवफाई को,
हम वफ़ा का सहारा देते चले गए|
जो बेवफा थे इस सारे जहा में,
वो हमारे इश्क मे वफादार बन गए|
रचनाकार --प्रदीप तिवारी
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pradeeptiwari.mca@gmail.com
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