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Monday, November 14, 2011

जीवन पथ

मुस्कुराहटो को हमने अपना बना लिया|
गमो को हमने सीने मई छुपा लिया|                  
ज़माने वाले तो हमें यू ही मार देते,
तो हमने मौत को ही अपना हमसफ़र बना लिया|


रचनाकार --प्रदीप तिवारी
www.pradeeptiwari.blogspot.com

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