उड़ान मेरी नजर से
उड़ान वो चाहत है जो ,
मंजिल तक ले जाती है ।
उडान वो उमंग है जो ,
नईराह दिखलाती है ।
उडान वो हौशला है जो ,
लड़ना सिखलाती है ।
उड़ान वो कर्म है जो ,
क्षितिज पार ले जाती है ।
उड़ान वो प्रयाश है जो ,
चलना सिखलाती है ।
उड़ान वो धर्म है जो ,
इंसानियत सिखलाती है ।
उड़ान विन्ध्या परिवार का वो प्रयास है जो ,
हारे हुए को जीतना,
जीतने वालो को नए आयामों तक पहुचती है |
रचनाकार.. .प्रदीप तिवारी
pradeeptiwari.mca@gmail.com